49 जसना कि नून के बलि के निता सुध्द करथै, ओसनेन हर अक्ठी मनसे के आगी लग सुध्द करे जही।
तुम हइ भुंइ के नून हबा, अगर ओखर सोद बेकार हुइ जाय, ता ऊ कउन चीज लग नमकीन बनाय जाय सकथै? ता ऊ कउनो काम के नेहको हबै, सिबाय उके बाहिर फटके जथै अउ मनसेन के गोड लग कचरे जथै।
जिहां नरक हे किरवा नेहको मरथै, आगी अउ पीरा कबहुन नेहको बढाथै।
“नून निक्खा हबै, अगर नून के मिठास खराब हुइ जाय ता खाना के कसना खाये के निता बनाय जा सकथै?” अपन के नून बनाबा, अउ अक्ठी दूसर लग माया के जीवन होय।