34 उन सान्त रथै इहैनिता कि चेला गली हे झगडा करथै, कि हमर लग कउन बड्डे बड हबै।
ऊ अपनै हे सोचै लग जथै, कि “हम रोटी नेहको लाय हबन इहैनिता यीसु असना कथै।”
“नून निक्खा हबै, अगर नून के मिठास खराब हुइ जाय ता खाना के कसना खाये के निता बनाय जा सकथै?” अपन के नून बनाबा, अउ अक्ठी दूसर लग माया के जीवन होय।
भाई-भाई हे जसना माया होथै, ओसनेन अक दूसर लग माया रखा, अपनै हे अक दूसर के इज्जत करा अउ अक दूसर लग बढ चढके करा।
अपन सउपे हर मनसेन हे हक झइ जताबा, पय झुन्ड के निता इमानदार बन के सेबा करा।
मै मंडली के अक्ठी चिट्ठी लिखे रहों, पय दियुतिरफेस जउन उहां के नेता बनै चाहथै, हमके अपनामै के निता तइयार नेहको हबै।