यीसु उनखर लग कथै, तुम मनसेन के आगू बोहत धरमी मनसे बनै का ढोंग करथा, पय भगवान तुम्हर मन के जानथै, जउन बात मनसे के नजर हे खास हबै, ऊ भगवान के नजर हे असुध्द हबै।
काखे जब हम मनसे के आदत जसना जियत रहन, हमर पाप पूरी तरह लालसा जउन नियम के दवारा आय रथै, हमर अंग हे हाबी रथै, ताकि हम असना खेती करी, जेखर परिनाम मिरतू हबै।