पय मनसेन के एखर बारे हे पता हुइ गइस, अउ उनो ओखर पाछू हुइ लेथै, यीसु उनखर सोगत करिस, भगवान कर राज के बारे हे गुठेइस अउ जिनही निक्खा होय के जरूरत रथै उनही निक्खा करिस।
इहैनिता उके हर मेर लग ओखर भाई के जसना बनाय गइस ताकि ऊ भगवान के सेबा हे दया बाले अउ बिस्वास करै बाले पुजारी बन सकै अउ मनसेन के पापन लग छमा के निता जीव दइ सकै।