5 ऊ मनसे रात-दिन मरघटी अउ डोंगर छो बोहत चिरलाय करथै, अउ अपन के पथरा लग अधमरहा कर लेथै।
ऊ मनसे के कइन बार हाथ अउ गोड के सांकड लग बांध देथै, पय ऊ सांकड अउ डोरा के टोर देथै, ओही कउनो मनसे अपन बस हे नेहको कर सकथै, काखे कि ऊ बोहत बलवान रथै।
ऊ यीसु के दुरिहां लग देखथै, अउ दउडके आथै, अउ ओखर आगू निहुर के परनाम करथै।
तुम तो अपन बाफ भुतवा लग हबा अउ अपन बाफ के इक्छा के पूर करै के चाहथा, ऊ तो सुरू लग खूनी रथै, ऊ सत्य हे ठाड नेहको रथै, काखे ओखर हे सत्य नेहको हबै जब ऊ झूठ बोलथै, ता अपनेन आदत के जसना बोलथै, काखे ऊ झूठा हबै अउ झूठ कर बाफ हबै।