अक रोज यीसु सिक्छा देत रथै, ता उहां फरीसी नियाव के गुरू बैठे हर रथै, उन गलील अउ यहूदिया परदेस के यरुसलेम सहर लग आय रथै, नंगहन के निक्खा करै के निता, परभु कर सक्ति उनखर संग रथै।
पय तुम अक्ठी चुने हर पुरखा अउ राज पदधारी याजकन के समाज अउ पवितर मनसे अउ भगवान के खास मनसे हबा, जेखर लग तुम ओखर महान कामन के घोसना कर सका, जउन तुमही अंधियार मसे निकार के अपन अथाह उजियार हे बोलाय लय हबै।