28 भुंइ अपनै-अपन फडुहा लाथै, आगू दाना फुटकथै, तब बाली होथै, अउ फेरै गोहूं के बाली के तइयार करथै, अउ भुंइ पउधा के बढाथै, अउ उके तइयार करथै।
जब गोहूं फुटकथै अउ ओहमा बाली आथै, ता जंगली बिजहा के चारा दिखाई दइस।
रात के सोथै, अउ दिन के जागथै, अउ बिजहा कसना जमी, अउ कसना बढही मनसे नेहको जानही।
जब दाना पक जथै, ता किसान काटै के निता हंसिया के निस्तार करथै।
मोके हइ बात के पक्का बिस्वास हबै, कि ऊ भगवान जउन तुम्हर बीच असना निक्खा काम सुरु करे हबै, उहै उके उहै रोज तक बनाय रखी, जब मसीह यीसु फेरै आयके ओही पूर करी।
हइ मेर तुम्हर आदत परभु के काबिल होय, जउन उनके हर मेर लग खुस करै बाले होय, जउन हर अक्ठी निक्खा काम के फरत होय, अउ भगवान के सगलू ग्यान हे बढत जा।