अब मै दुनिया हे नेहको रइहों, मै तोर लिघ्घो आउथो, पय उन सब दुनिया हे हबै, हे पवितर बाफ उनही अपन ऊ नाम हे, जउन तै मोके दय हबस, उनखर मदद कर कि उन अक्ठी हुइ जाय, जसना हम अक्ठी हबन।
जरूरी हबै कि ऊ स्वरग हे ऊ टेम तक रही, जब तक कि हइ सगलू बात पहिलेन जइसन सुधारे नेहको जही, बोहत पहिलेन लग जेखर बारे हे भगवान अपन पवितर ग्यानी मनसेन के दवारा गुठे हबै।
तुम अक दूसर के ऊ हक लग दुरिहां झइ करा अगर असना करिहा, ता दोनो झन के सहमति लग अउ कुछ टेम के निता, जेखर लग बिनती के छुट्टी पाबा अउ एखर बाद पहिले जसना रहा, कहुं असना झइ होय कि परेत असहमती के कारन तुमही लालच हे फसाय दे।