43 अरिमतियाह नगर के रहै बाले यूसुफ आथै, जउन दरबार के सदस्य रथै, ऊ भगवान कर राज के ओरगथै, ऊ बोहत हिम्मत के संग पिलातुस के लिघ्घो जथै, अउ यीसु के लोथ के मांगथै।
एखर बाद अरिमतियाह गांव के यूसुफ नाम अक्ठी मनसे रथै, जउन यहूदी नेता के डर के कारन यीसु के गुप्त चेला रथै, ऊ पिलातुस लग यीसु के लोथ के उतार लइके बिनती करथै, पिलातुस उनखर बिनती के सुन लेथै अउ यूसुफ आयके यीसु कर लोथ के लइ जथै।