30 क्रूस लग उतर के खुद के बचाय ले।
ऊ गली लग गुजरे बाले मनसे अपन मूंड के डोला-डोलाय के यीसु के बुराई करथै, अरे हइ देखा, मन्दिर के गिरामै बाले अउ तीसर रोज हे बनाय बाले।
इहैमेर लग खास पुजारी अउ नियाव के गुरू के संग मिलके अपन हे मजाक उडाथै, उहां ता दूसर के बचाय हबै, पय खुद के नेहको बचा सकथै।