तब मै उहां अक्ठी दूसर घोडवा के निकडत देखथो, जउन आगी के जसना लाल रंग के रथै, जउन ओखर उप्पर बइठे हर रथै उके अक्ठी बडा तलबार दय गय रहै अउ उके भुंइ लग सान्ति उठा लेय के आदेस दय गय रहै कि मनसे अक दूसर के बलि चढामै।
उनखर मसे अगबुस नाम अक्ठी मनसे ठाड हुइके पवितर आतमा के अगुवाई लग आगू कर बात गुठेथै, कि सगलू दुनिया हे बोहत भुखमरी होही, ऊ भुखमरी क्लोदियुस कर टेम हे हुइस।
पय तुम चेतन्न रइहा, काखे मनसे तोके मंडली हे सोप देही, अउ तुमही मंडली हे पिटही, मोर नाम के चलते तुमही राजपाल अउ राजा के आगू ठाढ करही, कि उनखर निता गवाह होय।