36 कहुं असना झइ होय, कि ऊ छिन्नै आ जाय, अउ तोके सोवत पाबै।
काखे दुलहा के आमै हे देरी होथै, ता उन डउकी ऊंघात-ऊंघात सोय जथै।
लउट के आथै ता, यीसु सब कउ के सोउत पाथै, अउ पतरस लग कथै, हे समोन तै सोथस? का अको घरी तुम मोर संग नेहको जाग सकथा?
लउटके आथै, ता ऊ फेरै उनके सोउत पाथै, उनखर आंखी नींद हे रथै, अउ नेहको जानथै कि, काहिन जबाब दइ।
इहैनिता सचेत रहा ताकि तुम्हार मन भोग बिलास हे कही मतबालेपन अउ हइ जीवन चिन्ता लग सुस्त झइ होबे, अउ ऊ रोज हरबी तुम लिघ्घो आमैके पडही।
ता यीसु बिनती करके उठथै अउ अपन चेलन के लिघ्घो आयके, उनही उदास के मारे सोउत पाथै।
इहैनिता कथै, “तुम जउन सोथा, जग जा, अउ मरे हर मसे जी जा, ता मसीह के उजियार तुम्हर हे चमकही।”