31 अउ दूसर आदेस ई हबै, तै अपन परोसी लग अपन जसना माया रखबे, इन दोनो के सिबाय अउ कउनो बड्डे आदेस नेहको आय।”
अउ दुसर आदेस ओखरै के जसना हबै, कि तै अपन परोसिन लग माया कर, जसना तै खुदय लग माया करथस।
इहैनिता जसना बेउहार अपन निता तुम दूसर मनसेन लग चाहथा, ओसनेन बेउहार तुमो उनखर संग करा, काखे मूसा कर नियम के किताब अउ ग्यानी मनसे के सिक्छा इहै हबै।
नियाव के गुरू ओखर लग कथै, हे परभु तै सही कथस, अक्ठी भगवान हबै, एखर सिबाय अउ कोनो नेहको हबै।
पुजारी जबाब देथै, तै “अपन परभु भगवान के अपन सगलू मन अउ अपन सगलू परान, अउ अपन सगलू सक्ति अउ सगलू दिमाक लग अपन परभु लग माया करा, अउ अपन परोसी के अपन मेर माया करा।”
काखे सगलू नियम हइ अकठिन आदेस हे पूर हुइ जथै, “तै अपन परोसी लग अपन जसना माया करा।”
मसीह लग हमके हइ आदेस मिले हबै ऊ जउन भगवान कर माया करथै, उके अपन भाई लग माया करै चाही।