यीसु अक्ठी किस्सा दइके पंडित मनसे लग बात करै लागथै, कथै, अक्ठी मनसे रथै, जउन बगिया हे अंगूर के पउधा लगाथै, पउधा के निता बखरी बनाथै, अउ अक्ठी कुंवा बनाथै, अउ मडइचा बनाथै, एखर बाद हे अंगूर के बगिया के किराया हे दइके दूसर देस कढ जथै।
टेम आमै हे ऊ फसल के हिस्सा पामै के निता किसानन के लिघ्घो अक्ठी हरवाह के पठोथै, कि उन बगिया के बारी के कुछ फडुहा के बांटा उके दे, पय किसान उके मारथै पीटथै अउ छूछे हाथ लउटाय देथै।