भगवान हइ कथै, कि मै आखरी के रोज, हे सगलू मनसे हे अपन आतमा दइहों, ता तुम्हर टोरवा टोरिया आगू कर बात गुठेही, अउ तुम्हर जबान दरसन देखही, अउ तुम्हर सियान सपना देखही।
हम यहूदी हुइ या यूनानी, गुलाम हे हुइ या आजाद, अक्ठिन देह होय के निता अक्ठिन आतमा हे हमर पानी हे बतिस्मा करे गय हबै, अउ हम सबझन के अक्ठिन आतमा पियाय गय हबै।