13 पटउरा हे चालीस रोज अउ चालीस रात भुतवा यीसु के परिक्छा लेथै, अउ ऊ गोरुन के संग रहिस, अउ स्वरगदूत ओखर सेबा करत रथै।
का तुम नेहको जानथा कि मै अपन बाफ लग बिनती करके अउ स्वरगदूतन के बारहठे सिपाहिन लग कहुं जादा मोर लिघ्घो पठोय देही?
पवितर आतमा यीसु के पतेरा छो लइ जथै, ता भुतवा के दवारा ओखर परिक्छा होय।
यीसु पवितर आतमा लग भरपूर हुइ के, यरदन नदिया लग लउट आथै, ता आतमा उके पतेरा छो लइ जथै।
धरम के हइ रहस्य बिना संका के बडा हबै, मसीह देह के रूप हे परगट हुइस, पवितर आतमा के दवारा सही परमानित हुइस, अउ स्वरगदूत के दिखाई दइस, दूसर जात हे ओखर परचार हुइस, दुनिया भर के मनसे ओखर उप्पर बिस्वास करिन, अउ ऊ महिमा हे उप्पर उठाय लय गइस।
काखे हमर यीसु हमर ढिलवापन हे हमर लग सहानिभूती रख सकथै, काखे पाप के छांड के सगलू बातन हे हमरेन मेर ओखर परिक्छा लय गय हबै, तउभरमा ऊ बेकसूर निकडिस।