2 जउन मेर लग तुम नियाव करथा, उहै मेर तुम्हर उप्पर नियाव करे जही अउ जउन नाप लग तुम नापथा, उहै नाप लग तुम्हर निता नापे जही।
इहैनिता अगर तुम दूसर मनसेन के गलती के छमा करिहा, ता तुम्हर स्वरग के बाफ तुमही छमा करही।
फेरै उनखर लग कथै, “चेतन्ना रहा कि का सुनथा, जउन नाप ले नापथस दूसर के निता, उहै नाप ले भगवान तोर निता नापही, अउ उके बोहत दय जही।
देया ता तुमोन के दय जही, ठूसठूस के अउ डोलाय-डोलाय के अउ छलकत लग तुम्हर गोद हे डारे जही, काखे जउन तउल लग तुम तउलथा, उहै तउल लग तुम्हरो निता तउले जही।
पय बात हइ हबै जउन चुटु बोथै, ऊ चुटु काटथै अउ जउन बोहत बोथै ऊ बोहत काटथै।
जउन दया नेहको देखाही, ओखर नियाव बगैर दया करे जही, पय दया नियाव हे जीत पाथै।
तुमो ओखर संग ओसना सोगत करा जसना तुम्हर संग ऊ करे रथै, जउन ऊ तुम्हर संग करिस ओखर लग दुइ गुना ओखर संग करा, ऊ जउन खोरिया हे दूसर के निता दारू तइयार करे हबै, तुम उहै हे ओखर निता दुइ गुना दारू भर देया।