24 कउनो मनसे दुइठे मालिक के सेबा नेहको कर सकथै, काखे ऊ अकझन लग बैर करही अउ दूसर लग माया करही, या अकझन के इज्जत करही अउ दूसर के नरही, तुम भगवान अउ डेरा दोनोन के सेबा नेहको कर सकथा।
“कउनो हरवाह दुइठे मालिक के सेबा नेहको कर सकथै, काखे कि ऊ अकझन लग बैर करी अउ दूसर लग बोहत माया करी अउ अकझन लग मिले रही अउ दूसर के बेकार समझही अउ तुम भगवान अउ धन डेरा दुइठे मालिक के सेबा नेहको कर सकथा।”
हइ बरतमान दुनिया के धनड्ड लग निबेदन करा कि ऊ घमंड झइ करै अउ नास होय बाले धन-डेरा हे नेहको, बलुक भगवान के उप्पर आसा रखा, जउन हमर निस्तार के सब चीज जादा मातरा हे देथै।
हे गलत काम करै बाले, का तुम हइ नेहको जानथा कि दुनिया लग माया रखै के मतलब हबै भगवान लग दुसमनी करना? जउन दुनिया के दोसी होमै चाहथै, ऊ भगवान के बैरी बन जथै।