जब तुम बिनती करत हबा, ता ढोंगहन कर जसना झइ करिहा, उन मनसेन के दिखामै के निता, मंडली हे अउ गली कर मोड हे ठाड हुइ के बिनती करथै, मै तुम्हर लग सही कथो, उनही उनखर फडुहा मिल चुकिस।
तुम अक दूसर के ऊ हक लग दुरिहां झइ करा अगर असना करिहा, ता दोनो झन के सहमति लग अउ कुछ टेम के निता, जेखर लग बिनती के छुट्टी पाबा अउ एखर बाद पहिले जसना रहा, कहुं असना झइ होय कि परेत असहमती के कारन तुमही लालच हे फसाय दे।