41 जउन कउ तोके बगैर मजदूरी हे अक्ठी कोस लइ जाय चाहथै, ता ओखर संग दुइ कोस जाय के निता तइयार रहबे।
जब सहर लग निकडत टेम सिपाही कुरैन के रहै बाले समोन नाम के अक्ठी कुरेनी के पाथै, उन ओखर उप्पर दबाव डारिन कि यीसु के क्रूस के उठाय के रेंगै।
अगर कउ केस लडके तोर खुरथा पइजामा के लेय चाहथै, ता ओही अपन खुरथा पइजामा दइ दे।
अगर जउन कउ तुम्हर लग मांगै, ता उके दइ देबे, अउ जउन तुम्हर लग उधार लेय के चाहथै, ता उके मना झइ करबे।
उन मनसे अक्ठी समोन कुरेनी नाम के मनसे रथै, जउन सिकन्दर अउ रूफुस मनसे के दादा रथै, जउन गांव लग आथै, उके पकडके मजबूर करथै, अउ क्रूस उठाय के निता बोलथै।
जब ऊ मनसे यीसु के लइ जात रथै, तब ऊ कुरेनी जिघा के रहै बाले समोन नाम के, अक्ठी मनसे के जउन अपन गांव लग आथै, ता उके पकड लेथै अउ ओखर उप्पर क्रूस के टांग के उके यीसु के पाछू रेंगै के मजबूर करथै।
काखे मसीह के माया हमके सिखाथै, हम तो हइ समझ गय हबन कि जब अक्ठी सब झन कर निता मर गइस, तब सगलू मर गय हबै।