27 तुम जानथा कि हइ कहे गय रथै, गलत काम झइ करा।
तुम सुन चुके हबा, सियान मनसेन लग कथै, कि खून झइ करबे, अगर जउन कउ खून करही ऊ अदालत हे सजा के लायक होही।
तुम हइ सुन चुके हबा, कि सियानन लग कहे गय रथै, झूठी किरिया झइ खाबे, पय परभु के आगू खाय हर किरिया के पूर करबे।
तुम हइ सुन चुके हबा, कि आंखी के बदला आंखी अउ दांत के बदला दांत।
“तुम सुन चुके हबा कि कहे गय हबै कि अपन परोसी लग माया कर अउ बैरी लग बैर कर।”