“कउनो मनसे चिमनी जलाय के कोनो मनसे उके असना जिघा हे लुकोय के नेहको धरथै, जिहां ऊ लुक जाय अउ न कउनो भडवा के तरी, पय उके सही पिरभिटिया हे धरथै, कि जेखर लग भित्तर आमै बाले मनसे देख सकै।
यीसु कथै, कउनो मनसे चिमनी के जराय के भडवन के तरी नेहको मूंदथै अउ न उके खटिया के तरी धरथै, पय उके पिरभिटिया हे रखथै, ता घर के भित्तर आमै बाले मनसे के उजियार मिलै।
कि तुम हइ बुरी अउ भ्रस्ट पीढी हे भगवान के निरदोस टोरवा के रूप हे खुद के निस्कपट अउ निसपाप साबित के सका कि तुम हइ दुनिया हे जलत चिमनी के जसना चमकत दिखाई देथा।
इहैनिता सुरता कर कि तै कछो लग गिरे हबै अउ मन फिरा अउ उन कामन के कर, जउन पहिले के जसना काम करत रथस। अगर तै मन नेहको फिरइहे, ता मै तोर लिघ्घो आयके तोर चिमनी के ओखर जाघा लग हटाय देहुं।