ऊ बिजहा जउन गली कर टाठा हे गिरे रथै, ओखर मतलब हबै, कि जब कउ स्वरग के राज के संदेस सुनथै, अउ उके नेहको समझथै, ता भुतवा आय के ओखर मन हे जउन बिजहा बोय रथै उके चुराय लइ जथै।
यीसु सगला गांव-गांव अउ सहर-सहर हे जायके यहूदी मंडली हे संदेस देथै, अउ भगवान कर राज के बारे हे परचार करथै, उछो ऊ सबैमेर के नंगहा अउ ढिलवन के निक्खा करथै।
यहूदी के सुस्ताय कर रोज यीसु मंडली हे जाय के सिक्छा देमै लागथै, अउ बोहत मनसे सुनके चकरा जथै, अउ गुठेमै लागथै, हइ सिक्छा कोन हर दय हबै? हइ कसना सक्ति के काम करथै।
“यूहन्ना बतिस्मा देय बाले के आमै तक मूसा कर नियम अउ ग्यानी मनसे परभावित रथै, ओखर बाद भगवान कर राज के संदेस सुनाय जथै अउ बोहत मनसे भगवान कर लिघ्घो आमैके परयास करत हबै।
अक रोज यीसु सिक्छा देत रथै, ता उहां फरीसी नियाव के गुरू बैठे हर रथै, उन गलील अउ यहूदिया परदेस के यरुसलेम सहर लग आय रथै, नंगहन के निक्खा करै के निता, परभु कर सक्ति उनखर संग रथै।
यीसु अपन बारहठे चेलन के संग डोंगर लग तरी उतर के मइदान जिघा हे ठाड हुइस, उहां ओखर बोहत लग चेला रथै, अउ बोहत मनसेन के भीड रथै, उन सगलू मनसे यहूदा परदेस, यरुसलेम सहर सूर अउ सैदा के समुन्दर के टाठा लग आय रथै।
पय मनसेन के एखर बारे हे पता हुइ गइस, अउ उनो ओखर पाछू हुइ लेथै, यीसु उनखर सोगत करिस, भगवान कर राज के बारे हे गुठेइस अउ जिनही निक्खा होय के जरूरत रथै उनही निक्खा करिस।
भगवान उहै यीसु नासरी के पवितर आतमा अउ सक्ति लग अभिसेक करे रथै अउ ऊ चारो पल्ला घूम-घूम के निक्खा काम करथै अउ भुतवा के बस हे आय हर मनसेन के निक्खा करथै काखे भगवान उनखर संग रथै।