गोहूं अउ जंगली चारा के काटै तक संग बढै देया, ऊ टेम मै मजदुरिहन के आदेस देहुं, जंगली चारा अक्ठी जिघा करके बोझा बांध देया, कि उनके लेस दय जाय, पय गोहूं मोर कोठला हे अक्ठी जिघा करा।”
ऊ हाथ हे सूपा लइ चुके हबै, जेखर लग ऊ गोहूं के भूसा लग अलगे करके अपन खनेड के निक्खा साफ करके कोठला हे धरही पय भूसा के कबहुन नेहको बुझै बाले आगी हे डारी।”