ऊ एलिय्याह के सक्ति अउ आतमा हे स्थित होय परभु के आगू-आगू चलही, ऊ बाफन के मन उनखर लरकन के पल्ला वापिस मोड दइ अउ आदेस नेहको माने बालेन के असना सोच के पल्ला उतसाहित करी, जेखर लग उन धरमी के जसना सोच रखही, हइ सब उन मनसेन के परभु के खातिर तइयार करै के निता करी।
हम यहूदी हुइ या यूनानी, गुलाम हे हुइ या आजाद, अक्ठिन देह होय के निता अक्ठिन आतमा हे हमर पानी हे बतिस्मा करे गय हबै, अउ हम सबझन के अक्ठिन आतमा पियाय गय हबै।
अउ तुम, जबान टोरवा सियानन के कबजा हे रहा, तुम सब नम्र हुइ के अक दूसर के सेबा के निता कनिहा कस के तइयार रइहा, काखे भगवान घमन्डिन के बिरोध करथै, पय ऊ दीनहीन मनसेन हे दया करथै।