4 स्वरगदूत के देखके चवकीदार थरथराय लागथै अउ डेराय गइन।
जब उन डउकी गलिन हे रथै, ता जउन कुछु घटना घटे रथै चवकीदार सहर हे आयके उन परधान पुजारिन के सगलू कुछ बात गुठे देथै।
ओखर रूप बादर के बिजली के जसना चमकथै अउ ओखर बन्डी बरफ के मेर रथै।
तब स्वरगदूत डउकिन लग कथै, “झइ डेराबा, काखे मोके पता हबै, जउन यीसु के क्रूस हे चढाय रथै, ओही तुम ढूंढथा।
तब ऊ चिमनी मंगवाय के भित्तर कांपत गइस अउ पोलुस अउ सीलास के गोड हे गिर जथै।
मै जब उके देखो ता मै ओखर गोड हे मरे लोथ के जसना गिर पडो, फेर ऊ मोर उप्पर हाथ धरके कथै, “झइ डर, हे यहों सुरू अउ आखरी हव।