3 ओखर रूप बादर के बिजली के जसना चमकथै अउ ओखर बन्डी बरफ के मेर रथै।
उछो उनखर आगू यीसु कर सकल बदल गइस, ओखर मुंह बेरा के जसना चमक उठिस अउ ओखर बन्डी असना चमकै लगिस जसना उजियार मेर
स्वरगदूत के देखके चवकीदार थरथराय लागथै अउ डेराय गइन।
मरघटी के भित्तर गइन ता, उन अक्ठी जबान के देखथै, जउन लम्बा रथै, अउ चरका खुरथा पइजामा ओढे खउनी पल्ला बइठे हर देखिन, अउ बोहत चकरा जथै।
ओखर बन्डी बरफ के जसना चरका चमके लागथै, जसना कि सगलू भुंइ हे असना धोबिया नेहको आय, कि ओही चरका कर सकै।
अउ जिहां यीसु के लोथ रखे गय रथै, उहां चरका बन्डी पहिरे हर दुइठे स्वरगदूत मेर बइठे हर देखथै, अक्ठी के सिरहाने अउ दूसर के पैताने,
ओखर जात टेम जब ऊ बादर कर पल्ला निहारत रथै, ता देखथै, दुइठे डउका चरका खुरथा पइजामा पहिरे हर, उनखर लिघ्घो आयके ठाढ होथै।
तब मोके स्वरग लग उतरत अक्ठी दूसर सक्तिसाली स्वरगदूत के देखथै, जउन बादर के बन्डी के जसना पहिने हर रथै, ओखर मूड दबोरा के सात रंग के जसना रथै, ओखर चेहरा बेरा कस अउ गोड आगी के खम्भा के जसना रथै।
एखर बाद मै दूसर स्वरगदूत के स्वरग लग उतरत देखा जेही बडका हक दय रथै, ओखर महिमा लग सगलू भुंइ चमक उठिस।