पिलातुस जब नियाव के गद्दी हे बइठथै, ता ओखर डउकी ओखर लिघ्घो अक्ठी खबर पठोथै, “ऊ धरमी मनसे के संग कुछु झइ करबे, काखे मै ओखर बारे हे अक्ठी सपना देखे हमो, जेखर लग मै आज सगला दिन बैजुन्ग रहे हबो।”
अब हमही हइ पता हुइ गइस कि नियम के निरदेस उनखरै लग कथै, जउन नियम के वस हे हबै, कि सबके मुंह बन्द हुइ जाय अउ पूर दुनिया भगवान के आगू निरनय के निता काबिल ठहरे।