66 ता तुम काहिन सोचथा?” उन सबझन जबाब देथै, “हइ अपराधी हबै। हइ मिरतू के ओग हबै।”
यहूदी नेता जबाब देथै, “हमरो अक्ठी नियम हबै, अउ ऊ नियम के जसना हइ मिरतू सजा के काबिल हबै, काखे ऊ खुद के भगवान कर टोरवा मानथै।”
उन तो ग्यानी मनसेन के मार डारिन जउन बोहत पहिलेन लग भगवान के धरमी मनसे के आदेस कर दइस, जेही तुम धोखा दइके पकरवाय के मारो डारा।
तुम धरमी मनसेन के दोसी बनाय के मार डारे हबा, अउ उन तुम्हर कउनो बिरोध नेहको करिन।