14 काखे बुलाय हर मनसे तो बोहत हबै, “पय चुने हर मनसे चुटु हबै।”
इहैमेर जउन पाछू हबै, ऊ आगू हुइ जही अउ जउन आगू हबै, ऊ पाछू हुइ जही।
अगर भगवान ऊ रोज के नेहको घटोतिस, ता कउनो नेहको बच पउतिन पय कुछ चुने हर मनसेन के कारन ऊ रोज के कम कर दय जही।
काखे कि ठगै बाले मनसे अउ ठगरा मसीह अउ ठगरा ग्यानी मनसे, ऊ टेम ठाड हुइके बोहत चकित बाले चिन्हा देखाही अउ इहां तक कि चुने हर मनसेन के बहका देही।
इहैनिता भाई अउ बेहन तुम अपन बुलउवा अउ चुने जाय के साबित करै के निता पूर-पूर परयास करत रइहा, अगर तुम असना करत रइहा ता कबहुन रास्ता लग नेहको भटकिहा अउ न ठोकड खइहा।
ऊ गेडरा के बिरोध लडाई करही, पय गेडरा अपन बुलाय हर चुने हर अउ बिस्वासी चेलन के संग उनके हराय देही, काखे ऊ राजो के राजा अउ परभुओ के परभु हबै।”