22 अउ जउन कुछु तुम बिस्वास के संग बिनती हे मंगिहा, ऊ तुमही मिल जही।
मै फेरै तुम्हर लग सही कथो, कि अगर कउनो के बारे हे तुम मसे दुइ झन भुंइ हे अक्ठी मन होय के मंगिहा ता स्वरग हे रहै बाले मोर बाफ के दवारा ऊ मिल जही।
बेकार हुइके अगर तुम अपन लरकन के निक्खा चीज देथा, ता तुम्हर स्वरग कर बाफ अपन मांगै बालेन के निक्खा चीज काखे नेहको देही।
जब तुम मांगिहा, ता तुमही दय जही, डटेहा ता पइहा, ठोकठोकाउत रइहा ता तुम्हर निता कंवाड उघारे जही।
इहैनिता मै तुम्हर लग कथो, कि जउन कुछु तुम बिनती करके मांगथा, ता बिस्वास करै कि ऊ तोके मिल जही, अउ तुम्हर निता ओसनेन हुइ जही।
जउन कुछु तुम मोर नाम लग मंगिहा, ओही मै पूर करिहों, जेखर लग टोरवा के दवारा बाफ के महिमा होय।
अगर तुम मोर हे मजबूत बने रइहा अउ मोर बात तुम्हर हे मजबूत बने रही, ता जउन चइहा मंगिहा ऊ तुमही मिल जही।
अबे तक तुम मोर नाम लग कुछु नेहको मांगे हबा, मंगिहा ता पइहा, जेखर लग तुम्हर खुसी पूर हुइ जाय।
इहैनिता तुम अक दूसर के आगू अपन-अपन पापन के मान लेया, अउ अक दूसर के निता पराथना बिनती करिहा, जेखर लग तुम निक्खा हुइ जइहा, धरमी मनसे के पराथना के बल लग बोहत कुछु हुइ सकथै।
हम ओखर लग जउन कुछ मांगबो ऊ हमके उहै देही, काखे हम ओखर आदेसन के मानथन अउ उहै करथन जउन उके निक्खा लगथै।