6 ऊ सांझ के पांच बजे फेर बाहिर निकडथै, ऊ उछो अउ मजदुरिहन के ठाड देखथै, ऊ उनखर लग कथै, तुम इछो दिन भर काखे बेकार ठाड हबा?
अउ उनो गइन फेर ऊ लगभग दुपहरी अउ तीन बजे बाहिर जाय के ऊ ओसनेन करथै।
ऊ ओखर लग कथै, इहैनिता इछो ठाड हबन कि कउ हमही काम हे नेहको लगाइन, ऊ उनखर लग कथै, तुमो मोर अंगूर के बगिया हे काम करै जा।
जब उन मजदुरिहा अइन, जउन मनसे पांच बजे काम हे लगाय गय रहिस, उनही चांदी के पइसा अक-अक्ठी मिलथै।
जउन मोके पठोय हबै, हमही ओखर काम के दिनै हे करै के जरूरी हबै, रात आउत हबै जब कउनो मनसे काम नेहको कर सकथै।
इहैनिता कि सगलू एथेसवासी अउ परदेसी जउन उहां रथै, नबा बात गुठेमै अउ सुनामै के सिबाय अउ कउनो काम हे टेम नेहको बिताथै।
तुम आलसी झइ करा, पय उन मनसेन के जसना करा जउन अपन बिस्वास अउ धीर के कारन उन चीजन के पाथै, जेही भगवान टीमा करे हबै।