“हे यरुसलेम सहर हे यरुसलेम सहर तै ग्यानी मनसेन के मार डारथा अउ जउन तोर लिघ्घो संदेस पठोमै बालेन के पथरा लग मार डारथा, मै केतका बार चाहे रहों कि जसना कुकडी अपन छउनन के पोखडी के बीच हे अकजुट करथै, ओसनेन महुं तोर लरकन के अक्ठी जिघा कर लयो, पय तुम मोके हइ नेहको करै दया।
ऊ मनसे के जसना हबै, जउन ऊ अपन घर के छांडथै, अउ दुरिहां के यातरा करै के निता निकडथै, ऊ अपन हरवाह के हक देथै, अउ हर अक्ठी के काम देथै, अउ दूरा लिघ्घो रहै बाले के जगा रहै के निता आदेस देथै।
तुमही हर अक्ठी निक्खा बात हे सिध्द करा, जेखर लग तुम ओखर इक्छा पूर करा, जउन उके पिरिया हबै उके यीसु मसीह के दवारा हमर हे पइदा करै। उहै भगवान के महिमा जुगजुग होत रहै। ओसनेन होय।