यीसु अपन चेलन लग कथै, “हइ कारन सगलू नियम के गुरू जउन स्वरग कर राज के चेला बने हबै, ऊ अक्ठी असना घर के मालिक के जसना हबै, जउन अपन मन लग नबा अउ पुरान चीज निकाडथै।”
तब पुजारी अउ यहूदी नियम कर गुरू ऊ चकित के कामन के देखके बोहत गुसाथै, जउन ऊ करथै अउ बिनती भवन हे लरकन के बोहत आरो लग चिरलात सुनथै, “जय होय दाऊद के ऊ टोरवा धन्य हबै।”
जब यीसु बिनती भवन हे जाय के भगवान कर बारे हे मनसेन के गुठेथै, ता परधान पुजारी अउ मनसेन के सियान ओखर लिघ्घो आयके पूछथै, “तै हइ काम केखर हक लग करथस? अउ तोके हइ हक कोहर दय हबै?”
यीसु अपन चेलन के सिखामै लागथै, मनसे कर टोरवा जरूरी हबै कि सताय जही, अउ सियान, पुजारी अउ नियाव के गुरू के दवारा बेकार समझ के मारे जहुं, पय तीसर रोज जी उठहुं।
तब बोहत हल्ला मच गइस, अउ कुछ गुरू जउन फरीसिन के समूह मसे कुछ धरमी मनसे उठिन अउ कडाइ बात कहै लगिस, “हइ मनसे हे हम कउनो गलती नेहको पाथन, अगर कउनो आतमा कउनो स्वरगदूत एखर लग बात करे हबै, ता एखर लग कह?”