अउ हेरोदेस राजा के मरै तक उहै छो रथै, ता ऊ बचन जउन परभु ग्यानी मनसेन के दवारा कहै रथै, कि मै अपन टोरवा कर मिस्र देस लग बाहिर बुलवइहो, ऊ बात पूर हुइ सकै।
जब हेरोदेस हइ देखथै, कि ज्योतिसी मोके नरे हबै, ता ऊ गुस्सा लग भर जथै अउ सिपाही के पठोय के ज्योतिसी दवारा ठीक-ठीक बताय हर बात के जसना, बैतलहम अउ ओखर अगल बगल जिघा के सगलू लरका के दुइ साल के या ओखर लग नान रथै, सबझन के मरवा डारथै।