उन घर के भित्तर जाय के बाद हे, वैदी यीसु के ओखर दाय मरियम के संग देखथै, उन मुंह के बल गिरके ओही निहुर के परनाम करथै अउ अपन-अपन थइली खोलके उके सोना अउ लोबान अउ गन्धरस के बलि चढाथै।
उन राजा कर बात के सुनके उछो लग कढ जथै, अउ जउन तरइया दिन उगती छो देखे रथै, ऊ उनखर आगू-आगू चलै लागथै अउ जउन जिघा हे लरका रथै, ऊ जिघा के उप्पर जाय के रुक गइस।