काखे कुछ नपुंसक मनसे असना हबै, जउन दाय के लादा लग असनेन पइदा हुइन अउ कुछ नपुंसक मनसे असना हबै, जेही मनसे नपुंसक बनाइन अउ कुछ नपुंसक मनसे असना हबै, जउन स्वरग के राज के निता खुद के नपुंसक बनाय हबै, जउन हइ सिक्छा के स्बीकार कर सकथै, ऊ मनसे स्बीकार कर ले।”