अगर तोर हाथ या गोड तोर रुकावट बनै, ता उके खपलके फटक देय, तोर निता इहै निक्खा होही कि तुम लेंगरा या लुलवा हुइके जीवन हे घुसा, पय दुइठे हाथ या दुइठे गोड के रहत भरमा तै सबरोज के निता आगी हे डालय जाय।
पय मै तुम्हर लग हइ कथो, कि कउ अपन भाई या बेहन लग गुस्सा करही, ऊ स्वरग के अदालत हे सजा के लायक होही, जउन कउ अपन भाई के बेकार कहि, ऊ स्वरग के अदालत के सजा के लायक होही, जउन कउनो के मूरुख कहि, ऊ नरक के आगी के लायक होही।
अउ असुध्द चीज ओहमा परवेस तक नेहको के पाही अउ न कउ असना मनसे जउन घ्रनित के काम करै बाले या झूठ बोलथै, ऊ मनसे ऊ सहर हे उहै परवेस के सकथै, जेखर नाम गेडरा के जीवन के किताब हे लिखररे हर हबै।