8 अगर तोर हाथ या गोड तोर रुकावट बनै, ता उके खपलके फटक देय, तोर निता इहै निक्खा होही कि तुम लेंगरा या लुलवा हुइके जीवन हे घुसा, पय दुइठे हाथ या दुइठे गोड के रहत भरमा तै सबरोज के निता आगी हे डालय जाय।
तउभरमा हम उनखर ठोकड के कारन झइ बनब, तै पानी के दहार हे बनसी लगाबे अउ जउन आगू मछडी पकड हे आही ओखर मुंह के उघारत टेम तुमके चांदी के अक्ठी खोटन्ना मिलही, उके ले आबे अउ मोर बदला पइसा दइ दइहा।”
ऊ अब्राहम के गोहराय के कथै, बाफ अब्राहम मोर हे दया कर, अउ लाजर के मोर लिघ्घो पठोय दे, कि ऊ पानी हे अपन अंगठी बुडोय के, मोर जीभ के ठंडवाय दे, काखे कि मै इछो आगी हे तडपथों।
ता उके भगवान के गुस्सा के दारू पिलाय जही, जउन बिना मिच्चर के ओखर गुस्सा के खोरिया हे कुढाय गय हबै अउ ऊ पवितर स्वरगदूतन अउ गेडरा के आगू आगी के बोहत पीरा हे डाल दय जही।