22 यीसु उनखर लग कथै, मै हइ नेहको कथो, “कि सिबाय सात बार, पय सात के सत्तर गुना छमा करैका चाही।”
इहैनिता स्वरग कर राज कि बरोबरी ऊ राजा के संग करै जथै, जेही अपन हरवाह लग हिसाब किताब करै के सोचे रथै।
बिनती करत टेम अगर तुम्हर मन हे, कउनो के निता कुछु बिरोध हबै, उके छमा कर देया, तब तुम्हर बाफ जउन स्वरग छो हबै, तुम्हर पाप छमा करही।
बुराई लग हार झइ माना, बलुक अच्छाई के दवारा बुराई के जीत लेया।
गुस्सा ता करा, पय पाप झइ करा, बेरा बुडै लग पहिले तुम्हर गुस्सा कढ जाय,
तुम सबैमेर के कडवाहट, जलजलाहट, गुस्सा, झगडा, बुरा बोलै बाले, निन्दा अउ चोट पहुंचामै बाले बात तुम्हर लग दुरिहां रहै।
आपस हे सहै बाले अउ छमा करै का भाव बने रहै, अगर कउनो के दूसर के परति सिकायत होय, ऊ उके उहै मेर छमा करै जसना परभु तुमके छमा करे हबै।
इहैनिता मै चाहथो कि हर जिघा हे डउका, बेगैर गुस्सा के अउ बेगैर झगडा के, भगवान के पवितर हाथन के उठाय के बिनती करे करै।