जब यूसुफ हइ बातन के बारे हे सोचथै बिचारथै, ता उके सपना हे परभु कर स्वरगदूत आय के कथै, हे यूसुफ दाऊद कर टोरवा, अपन डउकी मरियम के अपन घर छो लाने लग झइ डर काखे जउन ओखर देह हे हबै, ऊ पवितर आतमा के दवारा हबै।
वैदिन के जाय के बाद परभु कर अक्ठी स्वरगदूत सपना हे आय के यूसुफ लग कथै “उठ जा अउ लरका के अउ ओखर दाय के लइके मिस्र देस छो कढ जा, जब तक मै तुमही नेहको कइहों, तब तक उहै छो रहबे, काखे, हेरोदेस हइ लरका के मारै के डांटथै।”
का खाय पिये के निता तुम्हर घर नेहको हबै? या का तुम भगवान के मंडली के बदनाम करैका अउ गरीबन के बेज्जती करैका चाहत हबा? मै तुमही काहिन कहो? का तुम्हर बडाई करव? मै हइ बात के निता तुम्हर बडाई नेहको के सकथों।
मसीह मनसेन के हाथ के बनाय हर पवितर जिघा हे, जउन निक्खा पवितर जिघा के अक्ठी चिन्हा रथै, नेहको घुसिस, जेखर दवारा मसीह हमर पल्ला स्वरग हे भगवान के लिघ्घो उपस्थिति हुइ सकै।