1 तब यीसु के चेला ओखर लिघ्घो आय के पूछथै, “स्वरग कर राज हे सबले बडा कोन हबै?”
यीसु अक्ठी नान लरका के अपन लिघ्घो बुलाय के उनखर बीच हे ठाड करके कथै।
तुम्हर मसे खास मनसे उहै होही, जउन तुम्हर सेबक बनही।
पाप लग मन बदला, काखे स्वरग कर राज लिघ्घो हबै।
“जउन मनसे मोके परभु-परभु कहिके गोहराथै, उनखर मसे सगलू कउ स्वरग छो नेहको जइही, पय जउन मोर स्वरगी बाफ कर इक्छा पूर करही, उहै मनसे स्वरग राज हे परबेस करही।”
भाई-भाई हे जसना माया होथै, ओसनेन अक दूसर लग माया रखा, अपनै हे अक दूसर के इज्जत करा अउ अक दूसर लग बढ चढके करा।
खुदय के अच्छाई के निता कुछु झइ करा, बलुक नम्र बना अउ दूसर के अपन लग निक्खा समझा।