पतरस जबाब देथै, “हव, देथै” जब पतरस घर हे पहुंचिस। ता ओखर बोलै लग पहिले यीसु पूछथै, “हे समोन तुम काहिन सोचथा? हइ भुंइ के राजा करजा केखर लग लेथै? अपन नागरिक लग।”
तउभरमा हम उनखर ठोकड के कारन झइ बनब, तै पानी के दहार हे बनसी लगाबे अउ जउन आगू मछडी पकड हे आही ओखर मुंह के उघारत टेम तुमके चांदी के अक्ठी खोटन्ना मिलही, उके ले आबे अउ मोर बदला पइसा दइ दइहा।”
मालिक ठगरा भन्डारी के चतुराई लग परसंसा करथै, दुनिया के मनसे उजियार के लरका के तुलना हे अपन बिरादरी के संग अपन-अपन आचरन बेउहार हे केतका अधिक होसियार हबै।