14 उनही छांडा अउ अंधरन के अंधरा नेता हबै, इहैनिता अक्ठी अंधरा दुसर अंधरा के गली दिखाथै, ता ऊ दोनो झन खोदरा हे गिरही।
यीसु उनके अक्ठी किस्सा सुनाथै, का कउनो अंधरा दूसर अंधरा के गली दिखाय सकथै? का दोनो अंधरा गढहा हे नेहको गिरही?
यीसु कथै, मै हइ दुनिया हे नियाव करै के निता आय हव, जउन कउ अन्धरा हबै, ऊ देखै लगै अउ जउन कउ देखथै, ऊ अन्धरा हुइ जइ।
अउ लगेतार झगडा पइदा होथै, हइ सब असना मनसेन के काबिल हबै, जेखर मन बेकार अउ सही लग हट गय हबै, अउ हइ समझथै, कि महिमा फायदा के अक्ठी साधन हबै।
ठगरा ग्यानी मनसे इस्राएल देस हे परगट होय रहिन, ठीक उहैमेर तुम्हर बीच ठगरा गुरू हुइहीं, जउन लुके मेर लग आदेस ना मानै बाले भरमामै बाले जसना मेर परचार करही, उन स्वामी के नेहको मनही, जउन उनही खरीद लय हबै, अउ हइ मेर उन जलदी अपन नास के कारन बनही।
उन मनसे सुखाय हर कुंवा अउ आंधी दवारा उडाय हर कोहिटा हबै, जिनखर निता गहिड अंधियार ठहराय गय हबै।
गोरू के घेर लेथै, ओखर संग ऊ ठगरा ग्यानी मनसे रथै, जउन ओखर आगू चिन्हा चकित के काम दिखाय करथै अउ उनके छले करथै, जिनखर उप्पर ऊ गोरू के छाप लगे रथै अउ जउन ओखर मूरती के पूजा करथै, ऊ गोरू अउ ठगरा ग्यानी मनसे दोनो झन के जलत आगी के धंधकत दहार हे जिन्दा डाल दय गय रथै।
पय कुकरा अउ जादू टोना करै बाले, गलत काम अउ खुनहा अउ मूरती पूजा अउ हर कउ झूठ के रास्ता हे चलथै अउ झूठ के माया करथै, उन बाहिर पडे रइहिन।