यीसु उनखर लग कथै, तुम्हर भित्तर बिस्वास कर कमी हबै, मै तुम्हर लग सही कथो कि अगर तुम्हर लिघ्घो राई के दाना के बरोबर बिस्वास हबै, ता तुम हइ डोंगर लग कइहा इछो लग उछो कढ जा, ता ओसनेन होही अउ तुम्हर निता कुछु काम कठिन नेहको होही।
इहैनिता जब भगवान पटउरा के चारा के सजउटी हइ सीमा तक करथै, जेखर जीवन चुटु टेम कर हबै अउ जउन आने रोज आगी हे लेस दय जही, का ऊ तुमही कहुं बोहत सोभायमान नेहको करही? कसना कमजोर हबै तुम्हर बिस्वास।
मै तुम्हर लग सही कथो, कि जउन कउ हइ डोंगर लग कही, कि तै टर जा, अउ समुन्दर हे कढ जा अउ अपन मन हे सक झइ करै, पय बिस्वास करै, कि जउन मै कथो, ऊ हुइ जही ता ओखर निता ओसनेन हुइ जही।