पथरा हे गिरेहर बिजहा ऊ मनसे हबै, जउन भगवान कर बचन के सुनके मगन लग उके सुइकार कर लेथै, पय उनखर हे जर नेहको हबै ऊ कुछ टेम बिस्वास करथै अउ परिक्छा के टेम उन बिस्वास हे ढिलवा हुइ जथै।
पय तुमके बिस्वास के नीह हे मजबूत अउ अडे बने रहे चाही अउ ऊ आसा लग नेहको भटके चाही, जउन तुमके संदेस के दवारा देबाय गय हबै, ऊ परचार बादर के तरी सगलू रचना के सुनाय गय हबै अउ मै पोलुस ओखर सेबक बने हव।
उहै हे तोर जर गहीर होय अउ उहै हे अपन उन्नत निरमान करा, तुमके जउन बिस्वास के सिक्छा मिले हबै, उहै हे मजबूत बने रहा अउ तोर हिरदय हे धन्यबाद के बिनती उमडत रहै।