31 यीसु उनखर आगू अक्ठी अउ किस्सा कथै, कि “स्वरग कर राज राई के दाना कर जसना हबै, जेही कोनो मनसे लइके अपन खेत हे बोय दय हबै।
यीसु उनही अक्ठी अउ किस्सा सुनाथै, “स्वरग कर राज ऊ मनसे के जसना हबै, जउन अपन खेत हे बढिहा बिजहा बोय रथै।
यीसु उनखर लग कथै, तुम्हर भित्तर बिस्वास कर कमी हबै, मै तुम्हर लग सही कथो कि अगर तुम्हर लिघ्घो राई के दाना के बरोबर बिस्वास हबै, ता तुम हइ डोंगर लग कइहा इछो लग उछो कढ जा, ता ओसनेन होही अउ तुम्हर निता कुछु काम कठिन नेहको होही।
परभु कथै, अगर तुम्हर बिस्वास राई दाना के बरोबर होतिस, ता तुम हइ सहतूत के रूख लग कहिता कि जर लग उखड के समुन्दर हे जा, अउ ऊ तुम्हर बात मान लेतिस।
ऊ मनसे ई बात के सुनथै, ता यीसु उनही अक्ठी अउ किस्सा गुठेथै, काखे कि यीसु यरुसलेम देस के लिघा रथै अउ सोचथै, कि भगवान कर राज हरबी सुरू होय बाले हबै।
फेर यीसु मनसेन के हइ किस्सा सुनाथै, कउनो मनसे अंगूर के बगिया लगाइस अउ उके कुछ किसानन के ठेका हे दइके बोहत रोज के निता परदेस चले गइस