24 यीसु उनही अक्ठी अउ किस्सा सुनाथै, “स्वरग कर राज ऊ मनसे के जसना हबै, जउन अपन खेत हे बढिहा बिजहा बोय रथै।
ऊ बिजहा जउन गली कर टाठा हे गिरे रथै, ओखर मतलब हबै, कि जब कउ स्वरग के राज के संदेस सुनथै, अउ उके नेहको समझथै, ता भुतवा आय के ओखर मन हे जउन बिजहा बोय रथै उके चुराय लइ जथै।
पय जब मनसे सोय रथै, तब ओखर बैरी आथै अउ गोहूं के बीच हे चारा बोय के कढ गइस।
यीसु उनखर आगू अक्ठी अउ किस्सा कथै, कि “स्वरग कर राज राई के दाना कर जसना हबै, जेही कोनो मनसे लइके अपन खेत हे बोय दय हबै।
यीसु अक्ठी अउ किस्सा सुनाथै, कि “स्वरग कर राज ऊ खमीर कर जसना हबै, जेही कोनो डउकी लइके तीन किलो पिसान हे मिला देथै, धीरे-धीरे ऊ खमीर हुइ गइस।”
यीसु उनके जबाब देथै, बढिहा बिजहा बोमै बाले मनसे कर टोरवा हबै।
फेर स्वरग कर राज समुन्दर हे डाले हर ऊ जाला के जसना हबै, जउन हरमेर के मछडी समेट लानथै।
इहैनिता स्वरग कर राज कि बरोबरी ऊ राजा के संग करै जथै, जेही अपन हरवाह लग हिसाब किताब करै के सोचे रथै।
स्वरग कर राज अक्ठी मालिक के जसना हबै, जउन सकरहा अपन बगिया के अंगूर के लेय के निता निकडथै।
“अक्ठी अउ किस्सा सुना, अक्ठी मालिक रथै,” जउन अंगूर के बगिया लगाथै, ओखर चारो चउगिरदा बखरी रुंधवा देथै अउ ऊ ओहमा रस निकारै के निता कुन्ड खोदथै अउ रहै के निता अक्ठी मडइचा बनवाथै अउ किसानन के ठेका दइके परदेस छो कढ गइस।
स्वरग कर राज ऊ राजा के जसना हबै, जउन अपन टोरवा कर काज हे भन्डारा करथै।
“ऊ रोज स्वरग कर राज उन दसठे कुमारिन के मेर होही, जउन चिमनी लइके दुलहा लग मिलै निकडथै।”
पाप लग मन बदला, काखे स्वरग कर राज लिघ्घो हबै।
यीसु सगलू गलील इलाका हे उनखर बीच यहूदी मंडली हे स्वरग के राज कर संदेस के बारे हे परचार करथै, अउ हर मेर के नंगहन अउ ढिलवन के निक्खा करथै।
यीसु कथै, “भगवान कर राज केखर जसना हबै? मै एखर बराबरी केखर लग करव?
यीसु फेरै कथै, “मै भगवान कर राज के बराबरी केखर लग करो?
हइ ऊ आसा के कारन होय हबै, जउन तुम्हर निता स्वरग हे सुरक्छित हबै, जेखर बारे हे तुम पहिलेन सही संदेस मतलब परचार के दवारा सुन चुके हबा।
तुम्हर नबा पइदा नास होमै बाले नेहको पय हरमेसा के जीवन मतलब भगवान के जिन्दा अउ सबदिन ठहरैय बाले बचन के दवारा होय हबै।