20 ऊ बिजहा जउन पथरइला भुंइ हे गिरथै, ओखर मतलब हबै ऊ मनसे जउन संदेस सुनथै अउ उके खुसी लग हरबी अपनाय लेथै।
ऊ बिजहा जउन गली कर टाठा हे गिरे रथै, ओखर मतलब हबै, कि जब कउ स्वरग के राज के संदेस सुनथै, अउ उके नेहको समझथै, ता भुतवा आय के ओखर मन हे जउन बिजहा बोय रथै उके चुराय लइ जथै।
पय ओखर तरी तक जर हे नेहको रथै अउ चुटु देर तक रही पाथै, जब संदेस के कारन कस्ट अउ दिग्गत आथै ता ऊ जलदिन घबरा जथै।
काखे जउन मांगथै, उके मिलथै, जउन डटेथै, ऊ पाथै अउ जउन ठोकठोकाथै, ओखर निता कंवाड उघारे जथै।
काखे हेरोदेस यूहन्ना के धरमी अउ पवितर डउका जानके डरे करथै, अउ ओही बचाय रखथै। अउ यूहन्ना के बातन के सुनके बोहत चकराथै, पय ओखर बातन के मगन लग सुनै करथै।
यूहन्ना जलत अउ चमकत चिमनी रथै अउ तुमही चुटु टेम हे ओखर उजियार हे खुसी मनामै के निक्खा लागथै।
खुद समोन उनखर हे बिस्वास करथै अउ बतिस्मा लेय के बाद फिलिप्पुस के संग रहै लगथै, हइ चिन्हा अउ महान सक्ति के काम होवत देख के बडा चकित होथै।