14 उनखर बारे हे यसायाह ग्यानी मनसे आगू कर बात कहे हर उनखर हे पूर होथै, तुम सुनिहा जरूर, पय नेहको समझिहा, तुम देखत तो रइहा पय तुमही कउनो ग्यान नेहको होही।
यीसु कथै “भगवान के राज के छुपे हर बात जानै के निता सिक्छा तुमके दय गय हबै, पय दूसर के बलुक किस्सा मिले हबै, जेखर लग ऊ देखके नेहको देखही अउ सुनके नेहको समझही।”